औषधीय खेती से आत्मनिर्भरता की ओर किसान – वेलनेस फाउंडेशन की पहल से ग्रामीणों में नई ऊर्जा
राजस्थान आत्मनिर्भर सशक्तिकरण अभियान के अंतर्गत डॉ. विनोद कुमार यादव ने किसानों को औषधीय खेती से जोड़ा
बांसवाड़ा 28 सितंबर 2025 वेलनेस फाउंडेशन द्वारा संचालित “राजस्थान आत्मनिर्भर सशक्तिकरण अभियान” के तहत आज बांसवाड़ा में किसानों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में किसानों को औषधीय पौधों की खेती के माध्यम से आर्थिक सशक्तिकरण और ग्रामीण पलायन रोकने के उपायों की जानकारी दी गई।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ. विनोद कुमार यादव ने कहा —
“औषधीय खेती न केवल किसानों की आमदनी बढ़ा सकती है, बल्कि यह ग्रामीण युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर रोज़गार सृजन का सशक्त माध्यम भी बन सकती है। हमें प्रकृति से जुड़ी खेती की ओर लौटना होगा और वेलनेस फाउंडेशन इसी दिशा में किसानों का सहयोग कर रहा है।”
डॉ. यादव ने बताया कि संस्था द्वारा किसानों को औषधीय फसलों की खेती, प्रसंस्करण और विपणन के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, बीज सहायता तथा बाजार तक पहुँच उपलब्ध कराई जा रही है।
कार्यशाला में विशेषज्ञों ने किसानों को अश्वगंधा, सर्पगंधा, कालमेघ, तुलसी, और एलोवेरा जैसी औषधीय फसलों की खेती की तकनीकी जानकारी, लाभ और सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी।

इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों से आए अनेक किसानों, पंचायत सेवा प्रदाताओं और युवाओं ने भाग लिया और औषधीय खेती को अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यशाला के अंत में डॉ. यादव ने कहा कि आगामी समय में वेलनेस फाउंडेशन द्वारा हर ब्लॉक में औषधीय खेती प्रशिक्षण केंद्र प्रारंभ किए जाएंगे, ताकि राजस्थान को औषधीय खेती का अग्रणी राज्य बनाया जा सके।




